- हमारी अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने में कारीगरों का बड़ा महत्व होने वाला है
- इम्पार की ओर से आयोजित संवाद में सुरेश प्रभु का ब्यान, मुसलमानों की छवि धूमिल करने में मीडिया की भूमिका पर भी हुयी बात
नयी दिल्ली, 09 जुलाई: इंडियन मुस्लिम्स फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स की ओर से आयोजित ऑनलाइन संवाद में सांसद और प्रधानमंत्री के G7 और जी-20 देशों के लिए शेरपा सुरेश प्रभु ने कहा कि डेवलपमेंट रिफॉर्म और प्रोग्रेस यह वक्त की मांग है। उन्होंने कहा कि एक भारतीय नागरिक के नाते हम लोगों में बहुत सारी चीज़ें समान हैं और हमारे चैलेंजेज भी एक जैसे हैं। हम एक दूसरे को सहयोग करके ही आगे बढ़ सकते हैं।
ज्ञात रहे कि इम्पार की और से आयोजित इस संवाद में देश के जाने-माने बुद्धिजीवियों के साथ इम्पार के वरिष्ठ सदस्यों और कई पूर्व नौकरशाहों ने भी इसमें हिस्सा लिया जिस में इम्पार सदस्यों द्वारा उठाई गई चिंताओं का जवाब देते हुए, श्री प्रभु ने आजीविका की सुविधा के लिए अन्योन्याश्रित आपूर्ति श्रृंखलाओं और कौशल शिक्षा की भूमिका के निर्माण पर जोर दिया।
इम्पार की ओर से, डॉ। एमजे खान, संयोजक और अध्यक्ष, इम्पार, श्री के रहमान खान- पूर्व उपाध्यक्ष राज्य सभा, श्री एचआर खान-पूर्व उप-गवर्नर RBI, श्री यूनुस जावेद, सऊदी CISP और अरामको में भारत के प्रतिनिधि, श्री सईद शेरवानी, एमडी शेरवानी ग्रुप ऑफ होटल्स, सुश्री शीबा असलम फहमी, पत्रकार ने भारत में मुस्लिम समुदाय को प्रभावित करने वाले मुद्दों को उठाया, जिसमें मुसलमानों की छवि धूमिल करने में मीडिया की भूमिका, आर्थिक समावेश, घृणा के बढ़ते माहौल और सांप्रदायिकरण पर बात चीत हुयी।
इस अवसर पर सुरेश प्रभु ने इस बात पर जोर दिया कि सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के पीछे यही फलसफा है कि हम कैसे एक साथ खड़े हों और एक दूसरे के काम आयें। श्री प्रभु ने आगे बताया कि 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था कार्यक्रम के माध्यम से जिला स्तर की वृद्धि की परिकल्पना कैसे की गई है। संपूर्ण बातचीत में सुरेश प्रभु ने इस बात पर भी जोर दिया कि कैसे हम भारतीयों को आर्थिक गतिविधियों के माध्यम से गरिमा का जीवन जीना चाहिए।
उन्होंने विशेष रूप से कारीगरों की ऐतिहासिक भूमिका पर चर्चा की और इस बात पर बल दिया कि समृद्धि लाने के लिए उनकी भूमिका बहुमूल्य है। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि कैसे आत्मनिर्भर भारत कारीगरों के बीच अंतराल को भरेगी और उनके दरमियान समृद्धि लाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने में कारीगरों का बड़ा महत्व हो सकता है और वह अपनी बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन श्री खालिद अंसारी, कार्यकारी अध्यक्ष इम्पार और धन्यवाद प्रस्ताव कैप्टन सलीम दुर्रानी ने किया।