प्रेस विज्ञप्ति
नई दिल्ली, 17 जुलाई 2019 | असम और बिहार में आई प्राकृतिक आपदा के कारण 50 से अधिक लोगों की मौत परजमाअत इस्लामी हिन्द ने गहरी चिंता जताई है. प्रेस को जारी एक बयान में, जामत के अध्यक्ष सआदतुल्लाह हुसैनी ने कहा कि, "भारी बारिश, अभूतपूर्व बाढ़ और भूस्खलन ने राज्यों को विनाशकारी आपदा में घेर लिया है.राज्यों के कई हिस्से पानी में डूबे हुए हैं. लोग बड़ी संख्या में पलायन कर रहे हैं.” मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, असम में, बाढ़ ने 33 जिलों को प्रभावित किया है और 17 लोगों की जान ले ली है. प्रकृति के इस प्रकोप से 45 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. बिहार में बाढ़ से कम से कम 33 लोगों की जानें गयी हैं.राज्य के 16 जिलों में लगभग 25 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. हज़ारों घर जलमग्न हैं. राज्यों के विभिन्न हिस्सों में हजारों लोग फंसे हुए हैं. भारी बाढ़ से लाखों रुपये के नुकसान हुए हैं.सय्यद सआदतुल्ला ने केंद्र सरकार से कहा है कि असम और बिहार में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए.
जमाअत अध्यक्ष ने राज्यों के सम्बंधित विभागों को आम जन मानस की परेशानियों को कम करने के लिए उचित और आवश्यक कार्रवाई करने की अपील की है. जमाअत प्रमुख ने देश के सभी नागरिकों से प्रभावित राज्यों के असहाय लोगों की हर संभव मदद करने की अपील की.उन्होंने कहा कि, "सभी लोगों से ये आग्रह है कि वे आवश्यक राहत सामग्री सहित भोजन, वित्तीय सहायता और चिकित्सा सहायता के लिए आगे आएं." जमाअत प्रमुख ने संगठन (जमाअत इस्लामी) के सहयोगियों और सदस्यों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए कहा है.
द्वारा जारी
मीडिया प्रभाग, जमाअत इस्लामी हिन्द
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