महिला अपराध में यह राज्य अव्वल तो इस राज्य में आई गिरावट
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो
(एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार 2017 में देशभर में महिलाओं
के साथ हुए अपराध के 3.5 लाख मामले दर्ज किए गए थे। इसमें सबसे ज्यादा मामले
उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए।
एनसीआरबी केंद्रीय
गृह मंत्रालय के तहत आता है। यह भारतीय दंड संहिता और देश में विशेष व स्थानीय
कानूनों के तहत परिभाषित अपराध आंकड़ों को एकत्र कर उनका विश्लेषण करता है।
करीब दो साल की देरी
के बाद सोमवार को जारी वार्षिक रिपोर्ट-2017 के अनुसार देश में महिलाओं के खिलाफ
अपराध के 3,59,849 मामले सामने आए। 2015 में महिलाओं के साथ अपराध की संख्या 3.2 लाख से अधिक थी और 2016 में यह संख्या 3,38,954 रही।
महिलाओं के साथ अपराध में उत्तर प्रदेश 56,011, महाराष्ट्र 31,979 और पश्चिम बंगाल 30,002, मध्य प्रदेश में 29,778, राजस्थान में 25,993
और असम में 23,082 मामलों के साथ शीर्ष पर है।
महिलाओं के साथ अपराध के यह मामले
हत्या, बलात्कार, दहेज हत्या, आत्महत्या, अपहरण, एसिड हमले और क्रूरता से जुड़े हैं।
आठ राज्यों अरुणाचल
प्रदेश,
गोवा, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर,
मेघालय, मिजोरम, नगालैंड,
सिक्किम और त्रिपुरा में महिलाओं के साथ अपराधों की संख्या सबसे
कम रही। यह अखिल भारतीय आंकड़ों का एक प्रतिशत भी नहीं है।
महिला अपराध के ज्यादातर मामले पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा की गई क्रूरता (27.9%) में दर्ज किए गए हैं। इसके बाद महिलाओं पर हमला करना और उसके सम्मान
को क्षति पहुंचाने (21.7%), अपहरण और बहला-फुसला कर ले जाने के (20.5%) और बलात्कार (7.0%) रहे हैं।
वहीं दिल्ली में
लगातार तीसरे साल महिलाओं के साथ अपराध की संख्या में गिरावट देखी गई है। एनसीआरबी के
मुताबिक महिलाओं के साथ अपराध से जुड़े मामलों में 2017 में 13,076, 2016 में 15,310 और 2015 में 17,222 प्राथमिकी दर्ज की गई।
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