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भिन्न -भिन्न भूमिकाओं में सदैव इस देश के गरीब की आवाज को व्यक्तिगत कुर्बानी से बड़ा माना

इसके अलावा 490 करोड़ रुपए का एक दलित हब इन्होंने 2016 में स्थापित किया, बड़ा प्रचार किया कि हमने 490 करोड़ रुपए का दलित हब बनाया, अभी तक केवल पब्लिसिटी पर खर्च हुआ है 72 करोड़ रुपए, बाकी सारा पैसा बचा हुआ है। ये इनकी हालत है। मुद्रा बैंक में लोन किसको मिला है, जो बिजनेसमैन थे, उनके ड्राइवर शेड्यूल कास्ट के थे, इम्पलोई थे, हेलपर थे या खुद बिजनसमैन थे,मुद्रा बैंक का फायदा नाम मात्र का दलितों को मिला है। 38

By: वतन समाचार डेस्क

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सबसे पहले मैं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रांगण में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रभारी, महासचिव, ऑर्गनाइजेशन श्री केसी वेणुगोपाल जी का, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री, जिन्होंने देश और दुनिया में दिल्ली को कांग्रेस के मुख्यमंत्री के तौर पर बदल कर दिखाया और जो अब कांग्रेस पार्टी की प्रदेश अध्यक्षा हैं, श्रीमती शीला दीक्षित जी का और एक ऐसी शख्सियत जिनका नाम, कर्म, रास्ता गरीब के साथ जुड़ा है। पूरे देश में जब-जब गरीब की आवाज,शोषित की आवाज, वंचित की आवाज, दलित की आवाज बुलंद करने की बात आई, तो जिस व्यक्ति ने समाज की भिन्न -भिन्न भूमिकाओं में सदैव इस देश के गरीब की आवाज को व्यक्तिगत कुर्बानी से बड़ा माना, एक ऐसे व्यक्ति जो शायद सबसे बेहतरीन सांसदों में से एक तो हैं ही, पर उससे भी ज्यादा गरीब, दलित, शोषित और वंचित उसके लिए जीवन की कोई भी कुर्बानी करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। जिन्होंने हमेशा व्यक्तिगत लाभ से या पद से बड़ा, प्रतिष्ठा से बड़ा सम्मान, स्वाभिमान, वंचित और शोषित की आवाज को बुलंद करने के रास्ते को माना, मेरा इशारा श्री उदित राज की तरफ है, जो आज कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी से मिले और जिन्होंने अब देश के दलित, शोषित, वंचित, गरीब, हर वो व्यक्ति जिसका अधिकार छीनने का सरकार और सत्तारुढ़ पार्टी प्रयास करती है, राहुल जी के हाथ से हाथ मिलाकर कांग्रेस का हाथ पकड़ कर, उस आवाज को पूरे देश में बुंलद करने का निर्णय किया है। मैं श्री उदित राज जी का स्वागत करता हूं।

 

बगैर किसी विलंब के इससे पहले कि मैं हमारे सम्मानित महासचिव और शीला जी से प्रार्थना करुं कि औपचारिक तौर से आपके समक्ष उनको पार्टी में शामिल करें, मैं ये कहना चाहता हूं कि एक बात सच है कि आज दलित के अधिकारों का, सत्ताधारी दौलत वालों ने दमन कर दिया है। ये भी सच है कि कहीं ना कहीं मोदी जी और भाजपा के शासन में अब दलित, पिछड़ा, शोषित, वंचित होना भाषण के शब्द हैं, परंतु एक तरह से ये अभिशाप हो गया है। दलितों पर हो रही प्रताड़ना से पीड़ित, और व्यथित होकर जिन सांसदों ने मोदी जी को पत्र लिखकर दलितों के अधिकारों के दमन के प्रति चेताया था, मोदी जी ने उन सबसे बदला लिया, वो चाहे सावित्रीबाई फुले थी,चाहे वो छोटे लाल जी थे, चाहे वो अशोक कुमार दोहरे थे और गरीब की सबसे ज्यादा और दलित की आवाज बुलंद करने वाले उदित राज जी हैं। उन सबका दमन करने का एक षड़यंत्र किया गया, गुजरात के उना से लेकर और रोहित वेमुला तक डेल्टा मेघवाल से लेकर और उत्तर प्रदेश के हर कौने तक गरीब के अधिकारों पर हमला हो रहा है। इसलिए हमें गर्व और फक्र है कि आज राहुल जी और उदित राज जी ने एक दूसरे का हाथ पकड़ कांग्रेस और इस पूरी मूवमेंट को मजबूत करने का निर्णय किया है। मैं पहले अनुरोध करुंगा श्री केसी वेणु गोपाल जी और फिर शीला दीक्षित जी से कि वो उदित राज जी का औपचारिक रुप से स्वागत करें।  

 

Shri K.C. Venugopal said Udit Raj Ji is a dynamic and sincere face of Indian politics. We were in Parliament together, we are in Parliament together. Whenever the issue of, especially, Dalit came up, he fought with passion because he is such a leader who is very much fascinated to the Dalit activities. Even though he was in BJP, on some of the issues he fought against his own Government. For last five years, Modi Government has been an anti-dalit Government. Already Surjewala Ji has raised that issue. Several times, anti-dalit and dalit atrocities issue came before the Parliament, when we, opposition took up that issue. I know morally Udit Raj Ji also has been part of our team but now he has come out from the party which was against the dalits and definitely Udit Raj is one of the best sincere face of the Congress Party today onwards. Today, already he met Hon’ble Congress President Shri Rahul Gandhi and Congress President directed me to take him in the Party and officially now he is in to the Congress Party. Of course we are very much hopeful with the presence of Shri Udit Raj Ji and with the key participation of Shri Udit Raj Ji, Congress Party can do more things. Now the entire country’s mood is against the BJP, now people are talking about Congress Party only. Yesterday only, the polling of some States have already completed, therefore, the momentum created by Shri Rahul Gandhi taking up a very large scale and we are quite confident now on different issues of Dalits especially during last five years, we are witnessing this Government is going day by day against dalit community. There are a lot of issues, I am not going to elaborate on all the issues but I think more Dalit leaders will come out of the BJP after this. Sincerely I once again welcome Udit Raj Ji on behalf of All India Congress Committee. I think he will be a best leader now in a very good party. Thank You

 

श्रीमती शीला दिक्षित ने कहा कि उदित राज जी औऱ सभी कांग्रेस के अध्यक्ष जो यहाँ बैठे हैं और आप सब यहाँ आए हैं, मैं आप सबका स्वागत करती हैं और दिल की गहराईयों से इसलिए करती हूं कि आज उदित राज जी कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। उदित राज जी और मैं एक दूसरे को शायद 20 साल से जानते हैं और उनकी क्या शैली है, क्या इनकी सोच है, किस तरह से ये देश को प्रेम और प्यार करते हैं, ये हम अच्छी तरह से जानते हैं। मुझे तो तब आश्चर्य हुआ था, दुख भी हुआ था उस वक्त कि बीजेपी ने इन्हें ले लिया था,आज ये बीजेपी से मुक्त हुए हैं तो हम इनका दिल की गहराईयों से बहुत-बहुत स्वागत करते हैं और मैं आप सबको ये कहना चाहती हूं कि दिल्ली के लिए ये बहुत अच्छा प्रूव करेंगे और हम इनकी वजह से बहुत सारी सीटें जो शायद हम ना जीतते, अब जीतेंगे।

Shri Udit Raj Ji said first of all I express my respectful gratitude to Hon’ble President of the Congress President in whose presence I joined Congress Party today at his residence. Of course AICC General Secretary  Shri Venugopal was also there and AICC Communication In-charge Shri Surjewala Ji, Hon’ble Shiela Ji has natural affection for me that I know, मैं आज कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ और कांग्रेस में मैं 2012,13,14 से ही आना चाहता था, राहुल गांधी जी इस बात को जानते हैं,परिस्थितियाँ ऐसी रही। मैं उन लोगों में से नहीं हूं कि कोई चीज मैं झूठ बोलूं। अगर बीजेपी टिकट वहाँ से देती, तो मैं वहाँ से लड़ता,लेकिन इसकी वजह से देश में एक बहुत बड़ी चीज निकल कर आई है कि बीजेपी कितना दलित विरोधी है, India Today group ने सैंकड बेस्ट मेंबर ऑफ पार्लियामेंट परफोर्मेंस में रेट किया, फेम इंडिया एशिया पोस्ट सर्वे ने बेजोड़ सांसद और फ्रेश सांसद का खिताब दिया। बीजेपी में एक प्रचार है कि यहाँ सबको न्याय मिलता है, कार्यकर्ताओं को उस हथियार से बड़ा धोंस जमाते हैं कि इंटर्नल सर्वे जो कहेगा, वो होगा। ये इंटर्नल सर्वे इन्होंने 4-5 ऐजेंसिंया हायर की हैं, उसमें भी दिल्ली में मोस्ट पोपुलर और विनिंग सीट वही निकल कर आ रही थी, इनके पास क्लियर कट एक ही सीट निकल कर आ रही थी, आप चैक कर लीजिए इनके इंटर्नल सर्वे को कि गलत निकल जाए। फिर भी इन्होंने मेरा टिकट काटा, वजह ये है कि 2 अप्रैल, 2018 को जब दलित सड़कों पर आए, भारत बंद किया तो मैंने उनका समर्थन किया, एट्रोसिटी एक्ट जब खत्म किया गया था, तो मेरी गलती यही थी कि मैं गूंगा, बहरा नहीं था वहाँ पर। वहाँ गूंगा बहरा अगर कोई रहे तो उसको प्राईम मिनिस्टर भी बना सकते हैं, बीजेपी, आर.एस.एस. उसे प्रधानमंत्री भी बना सकते हैं। 20 मई, 2014 को माननीय  रामनाथ कोविंद जी बॉयोडाटा लेकर मेरे यहाँ आए, इसका चश्मदीद गवाह बीजेपी के SC/ST के विवेक सोनकर हैं, वो आकर,मैं चेंबर में बैठा था, कहा रामनाथ कोविंद जी खड़े हैं, हमने कहा लाईए उनको, मैं जानता था उनको, उन्होंने कहा कि मेरा भी कुछ कराईए। कोविंद जी को 2014 में इस लायक भी नहीं समझा था कि उनको टिकट देते, जबकि वो टिकट चाह रहे थे। तो चुप रहने का इनाम देखा आपने, राष्ट्रपति और मैं चुप रहता तो मुझे प्रधानमंत्री कभी ना कभी बना देते।

दूसरी बात कि SC/ST और मुद्दे को उठाया, ये नहीं कि मैं आइडियोलॉजीक्ली कोई कॉम्प्रोमाइज किया है, 10-15 बार पार्टी के स्टेंड के खिलाफ गया हूं। अब मैं इनको ये बताना चाहता हूं कि जो घूम कर पूरे देश में दलितों को प्रचार करके वोट ले रहे हैं, ये कह रहे हैं कि हम तो दलितों को नौकरी देने वाला बनाएंगे, तो स्टेंड अप इंडिया में एक प्रावधान इन्होंने रखा कि हर बैंक से, एक सवा लाख बैंक की ब्रांचे इंडिया में है, एक दलित को लोन मिलेगा ताकि वो दलित लोगों को रिक्र्यूट (recruit) कराए, नौकरी दे, खुद आगे बढ़े और एक महिला को भी नौकरी दे। इंडियन एक्सप्रेस के हिसाब से वो 6 प्रतिशत दिया है, लेकिन अब ये वही प्रचार कर रहे हैं कि हमने तो रोजगार बनाने वाला दलितों को बना दिया है। ये केवल 6 प्रतिशत है अर्थात् ये पूरा प्रोपेगेंडा और धोखा है।

2,000 राजीव गांधी स्कॉलरशिप जो SC/ST को मिलती थी, हर एजुकेशन का, उन्होंने ये खत्म कर दिया। जो कांग्रेस सरकार की देन थी। शेड्यूल कास्ट सब प्लान, शेड्यूल ट्राइब सब प्लॉन ये सब इंदिरा गांधी जी की देन थी, इसको एक तरह से कॉन्स्टिट्यूशन स्टेटस दिया गया था, प्लॉन का दर्जा दिया गया था। इन्होंने प्लॉन का दर्जा हटा कर जनरल बजट कर दिया, ताकि ये जो SC/ST के लिए पैसा दिया जाता है, ये कहीं और खर्च किया जाए, दलितों का उत्थान ना हो सके।

इसके अलावा 490 करोड़ रुपए का एक दलित हब इन्होंने 2016 में स्थापित किया, बड़ा प्रचार किया कि हमने 490 करोड़ रुपए का दलित हब बनाया, अभी तक केवल पब्लिसिटी पर खर्च हुआ है 72 करोड़ रुपए, बाकी सारा पैसा बचा हुआ है। ये इनकी हालत है। मुद्रा बैंक में लोन किसको मिला है, जो बिजनेसमैन थे, उनके ड्राइवर शेड्यूल कास्ट के थे, इम्पलोई थे, हेलपर थे या खुद बिजनसमैन थे,मुद्रा बैंक का फायदा नाम मात्र का दलितों को मिला है। 38 वॉयस चांसलर इन्होंने अपने टेन्योर में अपोयंट किए, उसमें एक भी शेड्यूल कास्ट से संबंध नहीं रखता है, जबकि कांग्रेस की दरियादिली देखिए कि कांग्रेस ने तो यूजीसी का चेयरमैन भी बनाया था। आज एक भी सेक्रेटरी शेड्यूल कास्ट का गवर्मेंट ऑफ इंडिया में नहीं है, कांग्रेस की सरकार में कभी ऐसा नहीं था। इसके अलावा इन्होंने प्रोक्योरमेंट पॉलिसी में दलितों से खरीददारी होगी, ये पॉलिसी 2012 की है, ये डॉ. मनमोहन सिंह जी की सरकार ने भी बनाया था, 0.36 प्रतिशत ही दलित से सामान और सर्विस ली गई है, जबकि ये 4 प्रतिशत होना चाहिए था। ये जो पूरा प्रचार कर रहे हैं, ये केवल प्रचार है। आंकड़े के साथ में अगर कोई चीज गलत निकल जाए, ये सवाल आप खड़ा करें कि आपने दलितों को बर्बाद कर दिया है और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 5 साल से भर्तियां बंद करके शेड्यूल कॉस्ट को इस देश से खत्म कर दिया और ऐसा नहीं कि मैं चुप रहा हूं, मैंने संसद में भी ये बात उठाई है, कई बार उठाई है कि ये SC/ST की पूरी रिक्र्यूटमेंट बंद हो गई है, 10 बार मैंने ये बात उठाई है, मेरा रिकोर्ड चैक कर सकते हैं। इस मुद्दे पर मैंने सब मंत्रालयों में भी चिठ्ठियां लिखी हैं, सब पर चिठ्ठियां लिखी हैं, तो इनको पसंद नहीं आया,बीजेपी को दलित वोट तो चाहिए, लेकिन दलित नेता नहीं चाहिए जो बोलने वाला हो, इनको गूंगा और बहरा चाहिए। मैं ना गूंगा-बहरा पहले थे और यहाँ आकर दलितों की ही लड़ाई लडूंगा। 70 साल के रिकोर्ड में अगर ऐसा ट्रैक रिकोर्ड किसी भी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट का हो, तो मुझे बताएं कि मैंने कभी भी दलितों के मुद्दे पर, महिलाओं के मुद्दे पर समझौता किया हो। यही भारतीय जनता पार्टी मुसलमान औरतों में बराबरी की बात करती है और जब हिंदू महिलाओं में बराबरी की बात आती है तो कहती है कि परंपरा के हिसाब से चलना चाहिए, आपको हिंदू परंपराओं को ख्याल नहीं है। ये ध्रुवीकरण करते हैं, इसके ऊपर भी मैंने विरोध जताया था कि महिलाएं इंप्योर कैसे हैं, बीजेपी महिलाओं को इंप्योर समझती है और केवल मातृ शब्द समझती है।

तो जब मेरा बेस्ट परफोर्मेंस होने के बावजूद इनकी एक ही सीट विनिंग हो रही थी, खैर उसके बारे में तो हम कोशिश करेंगे कि वहाँ से भी इनकी जमानत करीब-करीब जब्त हो जाए और ये देख लेना आप।

मैं माननीय राहुल गांधी जी से मिला, मैंने कहा कि मुझे कुछ नही चाहिए, मैं आपके लिए प्रचार करुंगा, मैं कैडर बिल्डर हूं और पूरे देश में हमारे जो लोग हैं, अब उन्हें आजादी होगी, मानसिक रुप से उनका तालमेल होगा, मैं 5 साल कैसे जिया हूं, मैं संसद में था, तो केवल आवाज उठाने के लिए, गाड़ी-बंगले के लिए नहीं था, वरना चुप रह जाता। मैं दूसरा कोविंद जी बन जाता या दूसरा नेता बन जाता, बड़े आराम से हर चीज वहाँ मिल जाती है, पर चुप रहिए लेकिन मैं चुप रहने वाला नहीं था। शायद उन्होंने मेरे साथ अच्छा ही किया, जिससे मेरे विचार मिलते हैं और राहुल जी ने मुझे 2-3 बार पार्लियामेंट में भी कहा कि आप गलत जगह पर हैं, तो मैंने कहा कि मैं क्या करुं। मैंने उनको रेफ्यूट नहीं किया था, आप पूछ सकते हैं इस बात को। तो अगर कोई ये कहे कि मैं लालच से था, तो लालच से अगर रहता तो मैं चुप रहता, वही हमारे भले में था लेकिन मैं चुप नहीं रहा, उसका अंजाम ये है, तो आप देख सकते हैं कि ये दलितों से कितनी नफरत करते हैं, ये मैं ही समझ सकता हूं, अगर दलितों को पता लग जाए तो समझदार दलित एक भी वोट इस पार्टी को नहीं देगा।  

एक प्रश्न पर कि आपकी बातों से लग रहा है कि बीजेपी ने आपको दंडित किया है आपकी वाकपटुता के लिए, क्या ये स्थिति यहाँ भी कायम रहेगीश्री राज ने कहा कि जो चीज मैं चाहता हूँ, वो चीज तो कांग्रेस करती ही रही है स्पेशल कॉम्पोनेंट कांग्रेस लाई, स्पेशल ड्राईव टू फिल  वैकेंसीज, वो कांग्रेस की देन है और जो प्रोक्योरमेंट पॉलिसी कांग्रेस की देन है और राजीव गांधी स्कोलरशिप कांग्रेस की देन है, यूजीसी का चेयरमैन बनाया, कांग्रेस की देन है, तो जिस चीज के लिए मैं वहाँ लड़ता था वो चीज मिलेगी, तो मुझे क्या दिक्कत है तो वही तो मेरी आवाज है।

श्री उदित राज जी के दिए एक भाषण से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री राज ने कहा कि आप ये बता दीजिए जैसे बीजेपी मे रहकर दूसरे नेता कांग्रेस को उल्टा- सुल्टा, गाली देते हैं,विरोध करते हैं, मैंने कभी किया है? इसका मतलब मेरा साइलेंट सपोर्ट कांग्रेस के लिए है। कोई गूगल करके तो देख ही सकता है, कभी नहीं किया मैंने, इसलिए वहाँ अगर बीजेपी में था तो एक प्लेटफॉर्म के लिए था, वो एक प्लेटफॉर्म है, वहाँ से मैं आवाज उठाता रहा। जब वह प्लेटफॉर्म ही नहीं रहा तो मैं वहाँ क्यों रहूँ।

एक अन्य प्रश्न पर कि आज बीजेपी के बारे में आप बहुत खुलासे कर रहे हैंबीजेपी के जुड़े हुएएक खुलासा ये भी कर दीजिए कि आपने जो अपने ट्वीटर हैंडिल पर जो चौकीदार लगाया था,वो स्वेच्छा से लगाया था या जबरदस्ती आपसे लगवाया गया थाश्री राज ने कहा कि ये खुलासे मैं बीजेपी की सरकार में रहते हुए भी करता रहा हूँ। इसमें मैं कोई हिपोक्रेट नहीं हूँ। जो पार्टी है, पार्टी के नियम, दस्तूर और कानून को मैंने माना, सब लगा रहे हैं तो मेरा डायबोलीकल करेक्टर नहीं है।

श्री सुरजेवाला ने कहा कि एक बात और भी साफ हो गई है कि ये चौकीदार भी जबरदस्ती भाजपा में वहाँ मित्रों को बनाया जा रहा है।

भाजपा द्वारा हेमंत करकरे और 26/11 के शहीदों की शहादत के अपमान से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि हेमंत करकरे जी की शहादत का और 26/11 के शहीदों का जो अपमान करेगा, उसे जनता दंडित करेगी।

एक अऩ्य प्रश्न पर कि प्रधानमंत्री जी का कहना है कि कल तक मोदी को टार्गेट कर रही थी अपोजीशन अब ईवीएम को टार्गेट कर रही हैये ठीक उस तरीके की बात हैएक बच्चा जब एग्जाम में फेल होने वाला होता है तो कहता है पैन खराब हैश्री सुरजेवाला ने कहा कि पहली बात तो आज हमने देखा अक्षय कुमार जी बहुत अच्छे एक्टर है, एक फेल राजनीतिज्ञ अक्षय कुमार जी से भी अच्छे एक्टर बनने की कोशिश कर रहे हैं। अच्छा प्रयास है पर अक्षय कुमार जी से अच्छे एक्टर कैसे बन पाएंगे? तो इसलिए हो सकता है कि अब राजनीतिक जगत से फिल्म लाईन की तरफ जाने का मन बना लिया हो क्योंकि आजकल बायोपिक भी चल रही है।

जहाँ तक प्रश्न है ईवीएम का, ऐसा गैर गम्भीर और गैर जिम्मेवाराना बयान केवल मोदी जी ही दे सकते हैं। क्या प्रजातंत्र में निष्पक्ष चुनाव होना चाहिए या नहीं? प्रजातंत्र में हर व्यक्ति, जिसको वोट डाले उसको उसका वोट मिलने का अख्तियार होना चाहिए या नहीं? हर व्यक्ति की वोट उसी उम्मीदवार के खाते में गिनी जानी चाहिए या नहीं, जिसको वो वोट दे? और अगर कहीं शंका पैदा हो जाती है तो उसे दुरुस्त करना चाहिए या नहीं, या उसका मजाक उड़ाना चाहिए, अगर ये तीनों बातें सही है, मुझे लगता है जिनका प्रजातंत्र में विश्वास नहीं वो ही केवल ऐसी तानाशाही बात कह सकते हैं।

On another question related to the interview of the Prime Minister, Shri Surjewala said- Akshay Kumar Ji is a great actor, we all like him, but, Modi Ji is a successful actor and unsuccessful politician who has decimated India’s economy, who has decimated India’s jobs, who has made life hell for Indian farmers and the poors, is now try to become a better actor than Akshay Kumar Ji, it is interesting. It seems a failed politician who is about to be rejected on 23rd May, 2019 is looking for an alternative employment avenue in Bollywood, but, I don’t think so, a failed politician like Modi Ji will be a successful actor in Bollywood, Akshay Kumar will remain Akshay Kumar.

On another question that BJP is trying to pitch this interview as more humane side of Modi Ji, not the political interview, Shri Surjewala said- Yes, I completely agree, he is trying to become a better actor than Akshay Kumar, but, he has again failed miserably like he has failed India.

एक अन्य प्रश्न पर कि इस इंटरव्यू में प्रधानमंत्री जी ने ये भी बोला कि पहले के प्रधानमंत्री होते थे वो 6-7 बजे निकल जाते थे और दोपहर को भी 1-2 घंटे इधर-उधर घूमते रहते थेमैं 11 बजे तक काम करता रहता हूँश्री सुरजेवाला ने कहा कि क्या वो पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में काम करते रहे हैं? क्या वो प्रधानमंत्री की दिनचर्या निर्धारित किया करते थे? इसीलिए मैंने कहा हर चीज को इस देश में मजाक बना देना, इस देश की सारी मुद्रा लूट ली और ताली बजा-बजाकर आप मजाक उड़ा रहे थे नोटबंदी के समय बेटी के विवाह के लिए पैसा नहीं, बीमार के इलाज का पैसा नहीं, क्या देश के प्रधानमंत्री का काम देश के लोगों का सदैव मजाक उड़ाना है, देश की संस्थाओं का मजाक उड़ाना है, देश के उन नामी-गिरामी लोगों का मजाक उड़ाना है, जिन पर देश गर्व करता है या खुद कुछ काम करना है, इसे बोलते हैं, नाच न जाने आंगन टेढ़ा।

एक अन्य प्रश्न पर कि प्रधानमंत्री जी का ये पहला गैर राजनीतिक इंटरव्यू हैजिसमें उन्होंने तमाम चीजों पर बात कीउसमें अपने बचपन व अन्य चीजों की बात कीश्री सुरजेवाला ने कहा कि एक और साथी ने यही सवाल पूछा था, प्रधानमंत्री जी, अक्षय कुमार जी बहुत अच्छा अभिनय करने वाले एक्टर हैं, प्रधानमंत्री जी अक्षय कुमार जी से भी ज्यादा बेहतर अभिनय करने का प्रयास कर रहे हैं,लगता है कि 23 मई को जब जनता राजनीति से झोला उठाकर विदा कर देगी तो वो बॉलीवुड मे एक नया प्रोफेशन तलाश कर रहे हैं। परंतु ये मान लें, ये समझ लें कि ये देश एक मजाक नहीं है, वो पूरे देश का मजाक उड़ाते हैं, कभी नोटबंदी से मजाक उड़ाते हैं, कभी गब्बर सिंह टैक्स से मजाक उड़ाते हैं, कभी युवाओं को पकोड़े और पान की दुकान खोलने की सलाह देकर युवाओं का मजाक उड़ाते हैं,कभी किसानों को उनके लोग नपुंसक कहकर मजाक उड़ाते हैं, कभी गरीब दलितों का मजाक उड़ाते हैं। ये देश मजाक नहीं और आप इस देश का मजाक नहीं बना सकते। आपको फिल्म लाइन में जाने का शौक है, बायोपिक बनाने का शौक है, टेलीविजन पर खुद की सीरियल चलाने का शौक है, देश का 6 हजार करोड़ लुटाकर खुद की तस्वीर छपाने का शौक है, टेलीविजन और अखबार में रोज इश्तिहार में अपनी फोटो लगाने का शौक है, वो आप देश के खजाने से  पूरा नहीं कर सकते, महत्वपूर्ण बात ये है, देश शासन, प्रशासन,विकास, तरक्की, समरसता, सदाचार चाहता है, मजाक और तालियाँ नहीं।

प्रधानमंत्री जी के दिए एक अन्य बयान कि श्री लंका में जो हुआचर्च में जो हमला हुआऔर भी जगहों पर जो हमला हुआ2014 से पहले भारत में भी यही स्थिति थीश्री सुरजेवाला ने कहा कि 2014 के बाद कितने आतंकी हमले हुए? क्या उरी में हमारी सेना पर आतंकी हमला नहीं हुआ? क्या पठानकोट में आतंकी हमला नहीं हुआ, क्या गुरुदासपुर में आतंकी हमला नहीं हुआ, क्या नगरोटा में आतंकी हमला नहीं हुआ? सच्चाई ये है कि 5,400 बार पाकिस्तान हमारी सीमा या इंटरनेशनल बॉर्डर का उल्लंघन कर चुका, 500 सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए, 300 लोग मारे गए, तो मुझे लगता है कि मोदी जी को शायद उन शहीदों की कुर्बानी की समझ नहीं,जानकारी नहीं, या जानबूझकर वो उसे इग्नोर कर रहे हैं, हर रोज। चाहे वो चीन, डोकलाम में करे, चाहे वो चीन अरुणाचल प्रदेश में करे,चाहे वो हिमाचल प्रदेश या उत्तराखंड के बॉर्डर पर करे, चाहे पाकिस्तान हमारी सीमांओं का उल्लंघन करे। आए दिन ये देश आंतरिक उग्रवाद से पीड़ित है क्योंकि पाकिस्तान खुलेआम हमारे देश में आतंकी भेज रहा है और हमारी सेना अपनी कुर्बानी देकर उस आतंकवाद का सामना कर रही है और प्रधानमंत्री जी हैं कि आज उनको ये कुर्बानी भी मजाक लगती है, ये दुर्भाग्यपूर्ण है।

On another question about candidature of Pragya Thakur, Shri Surjewala said- The more important part than this of who is contesting and who is not contesting is, the statement by BJP leaders including Shri Amit Shah today, who is justifying that the statement made vis-à-vis the sacrifice of Shri Hemant Karkare. I wish Shri Amit Shah had read the pain of daughter of Shri Hemant Karkare on the disrespect being shown to the martyrs of 26/11 an in interview given to a leading Hindi daily today. I wish, Shri Amit Shah and BJP would have understood as to how people like Hemant Karkare laid down their lives so that Ajmal Kasab could be caught alive and hanged to death by the constitution in the rule of law in India, something that Congress succeeded in doing after Hemant Karkare Ji’s death, we wish that Shri Amit Shah and Shri Narendra Modi, forget about the niceties of law, would have punished such a person in their party, who wants to annihilate the entire family of Hemant Karkare, who considers Hemant Karkare traitor of India, somebody who is a martyr of India, who was given the biggest peace time gallantry award of Ashok Chakra. I think it is an insult to every soldier and police personal in this country, who fights and lays down his or her life for mother India. That is the mute question.

On another question related to the Mehbooba Mufti’s statement, Shri Surjewala said- Firstly, the Indian National Congress believes that the rule of law must be upheld for every individual including Yasin Malik and that is a call that Government of India and our law makers need to take and not Mehbooba Mufti. Secondly, I think the question also needs to be put to Shri Amit Shah as also to Shri Narendra Modi for they are the former partners of PDP and who ran a PDP-BJP Government for years together in Jammu-Kashmir, pushing Jammu-Kashmir and Ladakh into the turmoil of violence.

On another question related to the Aam Aadmi Party, Shri Surjewala said- Let me reiterate that we have categorically said, we are ready to walk along side, people, who are ready to come together to strengthen the country. As the largest political party, we consider this our responsibility. Had we not done, so you would have accused us otherwise like you have in the past? So, I think the question is not appropriate or if i may say with some humility, misconceived.

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ये प्रयास किया कि हर वो व्यक्ति समूह और राजनीतिक दल, जो कांग्रेस पार्टी के साथ चल सके, राष्ट्र को शक्तिशाली बनाने  में और भाजपाई कुशासन के खात्में में वो हमारे साथ चले, परंतु इसके बावजूद भी कुछ ताकतों को ये लगा कि उनका अहम इस देश को शक्तिशाली बनाने वाले यज्ञ से बड़ा है, ये उनकी मर्जी है, मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई डेस्पिरेशन या कोई विरोधाभास है। मुझे लगता है कि ये हम अपनी आईडियोलॉजी को कैरी फॉरवर्ड कर रहे थे।

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