नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को लेकर भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से बैकफुट पर है. प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री तक इस बिल को लेकर सफाई दे रहे हैं. वहीं अब पूर्व लोकसभा सांसद इलियास आजमी ने प्रधानमंत्री से सवाल किया है कि आखिर इस बल्कि की जरूरत ही क्या थी? उन्होंने कहा है कि इससे पहले भारत सरकार जिन लोगों को चाहती थी उन्हें नागरिकता नहीं दे पाती थी? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं ऐसी अनेकों मिसाल जानता हूं जिनको सरकार ने नागरिकता दी है और जिनको सरकार ने नागरिकता नहीं दी है.
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ राजनीति के लिए लाया गया है. इससे देश का कोई भला होने वाला नहीं है, बल्कि देश में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हुई है, जो देश के भाईचारे के लिए ठीक नहीं है.
वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून का आज कांग्रेस, ममता दीदी, सपा, बसपा, केजरीवाल और कम्युनिस्ट पार्टी सारे विरोध कर रहे हैं. मैं इन सारी पार्टियों को चुनौती देता हूं कि कहीं पर भी चर्चा करने के लिए आ जाओ मैं तैयार हूं. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि राहुल बाबा अगर आपने CAA कानून पढ़ा है तो कहीं पर भी चर्चा करने के लिए आ जाओ और अगर नहीं पढ़ा है तो मैं इतालवी में इसका अनुवाद करके भेज देता हूं.
अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनजागरण अभियान का आयोजन किया है.क्यों ये आयोजन करना पड़ा? क्योंकि जिस कांग्रेस को वोटबैंक की राजनीति की आदत पड़ गई है, उसने इस कानून पर दुष्प्रचार किया है.मैं पूरे देश को बताना चाहता हूं कि जो दुखी लोग आ रहें हैं उन्हें नागरिकता देना मानवाधिकार की रक्षा करना है.
गृह मंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से हिंदू, सिख, जैन, पारसी, बौद्ध, ईसाई लोग, जो धर्म के आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आए हैं, उन्हें नागरिकता देने का ये कानून है. उन्होंने कहा कि शरणार्थियों पर जो प्रताड़ना हुई है, इससे बड़ा मानवाधिकार का उल्लंघन कभी नहीं हुआ. वहां ये शरणार्थी भाई करोड़पति थे और आज उनके पास रहने की जगह नहीं है.वहां उनके पास कई बीघा जमीन थी और यहां उनके पास खाने को कुछ नहीं है.
अमित शाह ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिकता कानून महात्मा गांधी जी का वादा था,क्या वो सांप्रदायिक थे? जवाहरलाल नेहरू ने भी संसद में कहा था कि जो हिन्दू या सिख आये हैं , हम उन्हें नागरिकता देंगे, क्या वो सांप्रदायिक थे?56 इंच की छाती वाले नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि ये जो लाखों करोड़ों शरणार्थी आएं हैं, इनके मानवाधिकार और सम्मान की रक्षा मैं करूंगा. ये नरेन्द्र मोदी का शासन है, किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है. बेशुमार अत्याचार के बाद जो यहां आये हैं, मोदी जी की सरकार आप सभी को नागरिकता देकर भारतीय होने का गौरव प्रदान करने जा रही है.
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