Mohammad Ahmad
कांग्रेस पार्टी का अल्पसंख्यक कन्वेंशन इस लिए भी काफी अहम् है क्योंकि दिल्ली में अभी 31 जनवरी और 01 फरवरी 2019 को बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे की कन्वेंशन हो चुकी है, लेकिन इसे पूरी तरह मीडिया से दूर रखा गया. अब देखना यह होगा कि कांग्रेस पार्टी अपने कन्वेंशन में क्या लाइन लेती है.
नयी दिल्ली: दलित और ओबीसी कन्वेंशन के बाद लोकसभा से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी ने अल्पसंख्यक कन्वेंशन बुलाने का फैसला किया है. कांग्रेस पार्टी के शीर्ष सूत्रों के अनुसार यह कन्वेंशन दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 7 फरवरी को होगा. सूत्रों के मुताबिक प्रोग्राम में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी उपस्थिति को हरी झंडी दे दी है. कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने वतन समाचार से बातचीत में बताया कि इस कन्वेंशन में देश के विभिन्न राज्यों के 10,000 से ज्यादा प्रतिनिधि और बुद्धिजीवी हिस्सा लेंगे.
ज्ञात रहे कि लंबे समय के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से अल्पसंख्यक कन्वेंशन बुलाया जा रहा है, जिस को लेकर वंचित समाज में काफी उत्साह है. यह कन्वेंशन कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी माइनॉरिटी डिपार्टमेंट के चेयरमैन नदीम जावेद की कोशिशों से बुलाया जा रहा है. राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद नदीम जावेद को जैसे ही पिछले रमज़ान में माइनॉरिटी डिपार्टमेंट का चार्ज मिला उन्होंने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया था. उनके अथक परियासों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने इस प्रोग्राम में आने को अपनी सहमति दी और 7 फरवरी को कन्वेंशन होना तय पाया.
ज्ञात रहे कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद यह ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी का पहला कन्वेंशन होगा. इससे पहले भी अलग-अलग राज्यों में कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक डिपार्टमेंट की ओर से अल्पसंख्यको के मुद्दों पर संवाद होता रहा है, लेकिन पहली बार इतना बड़े पैमाने पर आयोजन होने जा रहा है, जिसमें देश और प्रदेश के 10000 से ज़्यादा लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद है.
अल्पसंख्यक डिपार्टमेंट मिलते ही नदीम जावेद पूरी तरह से एक्टिव हो गए. नदीम जावेद के साथ प्लस प्वाइंट यह है कि उन्हें कांग्रेस पार्टी के हर डिपार्टमेंट में काम करने का मौका मिला है. नदीम जावेद एनएसयूआई से लेकर यूथ कांग्रेस और अब ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी का हिस्सा है. इस लिए इन को जवानों से लेकर हर वर्ग के लोगों का एक बड़ा सपोर्ट हासिल है. खुद इन की धरम पत्नी भी स्टूडेंट पॉलिटिक्स का हिस्सा रही हैं.
अब देखना यह है कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इस कन्वेंशन में क्या ऐलान करते हैं. यह कन्वेंशन इसलिए भी काफी अहम है क्योंकि पिछले 4 सालों में जिस तरह से अल्पसंख्यकों के मन में डर का एहसास पैदा हुआ है और राहुल गांधी मुखर होकर आर एस एस पर हमलावर रहे हैं दोनों काफी अहम् है.
यह कन्वेंशन काफी अहम इस लिए हो जाती है क्योंकि बाल गंगाधर तिलक से लेकर सोनिया गांधी तक कांग्रेस पार्टी का कोई भी अध्यक्ष आर एस एस पर कभी हमलावर नहीं रहा है, जबकि राहुल गांधी जमकर आरएसएस पर हमला करते रहे हैं. देखना यह होगा कि अल्पसंख्यक कन्वेंशन में राहुल गांधी क्या लाइन लेते हैं, क्योंकि दलित और OBC कन्वेंशन में वह संविधान बचाने कि बात कहते आए हैं.
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.