दिल्ली दंगा:'मुसलमानों पर हिंसा रोके भारत नहीं तो अलग ... अयातुल्ला खोमैनी
इस्लामिक देशों में अब तक अच्छी पैठ बनाने वाली भारत सरकार को ईरान में झटका दिया है। दिल्ली हिंसा के बाद ईरान की ओर से दूसरी प्रतिक्रिया आई है। ईरान की ओर से कहा गया है कि भारत में मुसलमानों के कत्लेआम पर दुनिया भर के मुसलमानों के दिल दुखी हैं। भारत सरकार को चाहिए कि शरारती तत्व और इंतिहा पसंद हिंदुओं और उनकी हामी संगठनों पर रोक लगाए और मुसलमानों का कत्लेआम बंद करवा कर मुस्लिम देशों में खुद को अलग-थलग पड़ने से बचाए।
ईरान की ओर से यह ट्वीट आयतुल्लाह खोमैनी ने किया है। ऐसे में इस को लोग काफी गंभीरता से ले रहे हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली दंगों की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है। ज्ञात रहे कि बीते 23 24 और 25 फरवरी को देश की राजधानी दिल्ली को एक तरह से दंगाइयों ने हाईजैक कर लिया था और दिल्ली में खून की होली खेली जा रही थी। दंगाइयों ने लोगों के घर जलाए लोगों की दुकानें जलाई, लोगों के मकान जलाये। ईरान की ओर से यह ट्वीट इंग्लिश उर्दू समेत कई भाषाओं में आया है।
ईरान की सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े फैसले लेने वाले खोमैनी ने अंग्रेजी, उर्दू, फारसी और अरबी में ट्वीट किया। साथ में, एक बच्चे की तस्वीर भी पोस्ट की है जो दिल्ली में हुई हालिया हिंसा में मारे गए एक व्यक्ति के शव को देख कर रो रहा है। उल्लेखनीय है कि जरीफ ने सोमवार को ट्वीट किया था, “भारतीय मुस्लिमों के खिलाफ संगठित रूप से की गई हिंसा की ईरान भर्त्सना करता है। सदियों से ईरान भारत का मित्र रहा है। हम भारतीय अधिकारियों से आग्रह करते हैं कि वे सभी भारतीयों की सलामती सुनिश्चत करें और निर्रथक हिंसा को फैलने से रोकें।
हालांकि फ़ौरन, भारत ने ईरानी राजदूत चेगेनी को तलब किया और उनसे कहा कि दिल्ली में हुई घटनाओं का जरीफ द्वारा चुनिंदा और पक्षपातपूर्ण उल्लेख किया जाना स्वीकार्य नहीं है, अब देखना यह है की खुमैनी के ट्वीट के बाद भारत सरकार की ओर से क्या रिएक्शन आता है।
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