पत्रकारिता की सच्ची भावना को बढ़ावा देने के लिए डॉ मुज़फ्फर हुसैन ग़ज़ाली को मिला सम्मान
माउंट आबू - राजस्थान। ब्रह्माकुमारीज के शांतिवन में चल रहे पांच दिवसीय (27 सितंबर-एक अक्टूबर) वैश्विक शिखर सम्मेलन "आध्यात्मिकता के द्वारा शांति, एकता, समृद्धि" का उद्घाटन करने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू राजस्थान के आबू रोड स्थित ब्रह्माकुमारीज के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन पहुंचे। उन्होंने ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के डायमंड हॉल में शिखर सम्मेलन का विधिवत शुभारंभ किया। ब्रह्माकुमारीज महिलाओं द्वारा संचालित एकमात्र संस्था है। उसकी मुख्य प्रशासिका 103 वर्षीय दादी जानकी हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने अपने 20 मिनट के संबोधन में आध्यात्म, धर्म, एकता, शांति, समृद्धि, पर्यावरण और आतंकवाद पर फोकस किया। इस अवसर पर, उन्होंने ब्रह्माकुमारीज संस्थान द्वारा दिए जा रहे भारतीय पुरातन संस्कृति आध्यात्मिक ज्ञान व राजयोग मेडिटेशन को समूचे विश्व के उद्धार के लिए जरूरी बताया। उन्होंने बिना किसी देश का नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि विश्व में आतंकवाद फैला रहे देशों को अलग-थलग करना होगा। उन्होंने कहा कि आध्यात्म से ही विश्व में एकता, शांति, समृद्धि आएगी। हमारा विश्वास, हमारी निष्ठा वसुधैव कुटुम्बकम् में रही है। सर्वे भवंतु सुखिन:, सर्वे संतु निरामया: की भावना की हमारी संस्कृति है। जीओ और जीने दो की परिपाटी है। माधव सेवा ही मानव सेवा हमारा संस्कार रहा है। स्वयं को खोजना ही आध्यात्म है। जब व्यक्ति के मन में धर्म के नाम पर हिंसा और आतंक का तांडव होने लगता है तो समाज भेदभाव, संकीर्ण भावना का शिकार हो जाता है। हमें इससे बाहर निकलना होगा। जो लोकतंत्र के नाम पर आतंक फैला रहे हैं वह धर्म के विरोधी हैं। संघर्ष के विरुद्ध शिक्षा और आध्यात्मिक ज्ञान ही विश्व में सच्ची शांति, एकता, समरसता और स्वायित्व सुनिश्चित कर सकता है। आध्यात्मिक ज्ञान से ही दुनिया में शांति और सद्भाव आ सकता है। आध्यात्मिक ज्ञान में ही वह शक्ति है जो विश्व को एकता के सूत्र में बांध सकता है।
इस अवसर पर, राजस्थान के राज्यपाल, कलराज मिश्र, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई, ब्रह्माकुमारी संगठन के महासचिव बीके निर्वैर, कार्यक्रम के संयोजक बीके मृत्युंजय ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान उपराष्ट्रपति की आगवानी संस्था के वरिष्ठ बीके भाई-बहनों सहित पूर्व राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, विधायक समाराम गरासिया, जगसीराम कोली, पुलिस महानिरीक्षक सचिन मित्तल, संभागीय आयुक्त बीएल कोठारी, जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया, जिला कलेक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी, पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा, उपखंड अधिकारी डॉ. रविन्द्र गोस्वामी, भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित, आबूरोड पालिका अध्यक्ष सुरेश सिंदल आदि ने की। इनके अलावा, 140 देशों के 7,000 से अधिक जनि मानी हस्तियों ने सम्मेलन में भाग लिया।
सम्मेलन में, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कर्मियों को उनकी सेवाओं को मान्यता देते हुए सम्मानित किया गया। इसी श्रृंखला में सम्मेलन के तीसरे दिन, उर्दू पत्रकारिता में सच्ची भावना को बढ़ावा देने के लिए डॉ मुजफ्फर हुसैन ग़ज़ली को उनकी पत्रकारिता के लिए ब्रह्माकुमारी संगठन के सचिव और सम्मेलन के संयोजक बीके मृत्युंजय भाई द्वारा सम्मानित किया गया। ब्रह्माकुमारी मुख्य प्रशासिका दादी जानकी ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।
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