New Delhi: आज जबकि पूरा रोगी मीडिया भारत के मुसलमानों को तबलीगी जमाअत से जोड़ने में लगा हुआ है और यह बताने की कोशिश कर रहा है कि भारत के मुसलमान ही करोना फैला रहे हैं, ऐसे युग में जबकि रोगी मीडिया ने नफरत का चारों तरफ माहौल गर्म कर रखा है, इंसान को इंसान से लड़ाने की कोशिश कर रहा है, इस समय जमात-ए-इस्लामी जैसे संगठन अहम भूमिका निभा/अदा कर रहे हैं। जमात ए इस्लामी हिंद की ओर से ₹100000000 की मदद खाद्य सामग्री के साथ-साथ वित्तीय सहायता के तौर पर भी लोगों को दी गई है। इस सिलसिले में जमाअत की ओर से एक विस्तृत प्रेस रिलीज की शक्ल में जानकारी दी गई है।
जमाअत की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि जमाअत ने लगभग 1000000 लोगों को ₹100000000 की वित्तीय सहायता और खाद्य सामग्री प्रदान की है। अहम बात यह है कि इस तरह की खबरों को ना तो रोगी मीडिया दिखाएगा और ना ही लोगों को बताएगा क्योंकि इस तरह की खबरें लोगों में मोहब्बत पैदा करती हैं और समुदायों को आपस में जोड़ने का काम करती हैं। जमाअत की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि यह वित्तीय सहायता और खाद्य सामग्री किसी धर्म विशेष समुदाय विशेष के लोगों को नहीं दी गई है, बल्कि समुदायों और लोगों में बिना भेदभाव किए हर उस व्यक्ति तक पहुंचाने की कोशिश की गई है जो इसका हकदार है।
सरकार द्वारा कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए अचानक लॉकडाउन का एलान होने और समय पर किसी भी व्यापक और समन्वित राहत का प्रबंध न होने की वजह से हजारों गरीब और जरूरतमंद भुखमरी के कगार पर पहंच गए हैं । उनकी परेशानियों को दूर करने के लिए, जमाअत इस्लामी हिंद पूरे देश में हजारों नागरिकों को जाति और धर्म में अंतर किये बिना भोजन और अन्य राहत प्रदान कर रही है।
मीडिया को दिए एक बयान में जमाअत के राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद अहमद ने कहा कि हमारे शुभचिंतकों के समर्थन और हमारे स्वयंसेवकों की कड़ी मेहनत की वजह से हम भोजन और एवं अन्य रहत सामग्री के काम को देश भर के लाखों लोगों तक पहुंचाने में सक्षम हुए । उनमें से ज्यादातर बेहद गरीब हैं, प्रतिदिन कमाकर पेट भरने वाले कई प्रवासी मजदूर हैं, जो लॉकडाउन में फंस गए हैं। विभिन्न राज्यों, शहरों और कस्बों से स्वयंसेवकों द्वारा उपलब्ध कराई गई रिपोर्टों के अनुसार हमने देश भर में लगभग 10 करोड़ रुपये की रिलीफ का काम 8,38,417 लोगों में अंजाम दिया। इसके अतिरिक्त हमने 5,80,519 खाद्य सामग्री किट, 4,32,228 पके हुए भोजन के पैकेट, 38,8852 फेस मास्क और 3,970 सैनिटाइज़र वितरित किए। इसके अलावा भी हमने 10,06,553 लोगों को वित्तीय सहायता और 44,503 लोगों को अन्य सेवाएं उपलब्ध कराईं।”
मोहम्मद अहमद ने बताया कि: “जमाअत हमेशा राष्ट्रीय आपदाओं और विपत्तिओं का काम अंजाम देती रही है। हम रिलीफ और पुनर्वास का यह काम हम बिना किसी भेदभाव के अंजाम देते हैं । हम इस काम को तब तक जारी रखेंगे जब तक लॉकडाउन जारी रहेगा। ”
ज्ञात रहे कि जमाअत इस्लामी हिंद ने अभी हाल ही में दिल्ली में हुए दंगों के मामले में भी समुदाय और धर्म से ऊपर उठकर लोगों की मदद की थी जिसकी सोशल मीडिया पर काफी सराहना की गई थी।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.