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झारखंड में लोगों को राहुल गांधी ने बताई साफ पानी न मिलनी की वजह, बोले प्रदेश गरीब नहीं लेकिन लोग गरीब हैं सोचना होगा

मैं आपको बताता हूँ, आपको पानी क्यों नहीं मिलता है? मैं आज यहाँ यही बात आपको समझाने आया हूँ, कि यहाँ आपको और आपके बच्चों को साफ पानी क्यों नहीं मिलता? झारखंड में पैसे की कोई कमी नहीं है, ये गरीब प्रदेश नहीं है, लोग गरीब हैं, मगर ये प्रदेश गरीब नहीं है। इसमें जल, जंगल, जमीन सब कुछ है, ढेर सारे मिनरल्स हैं, मगर आपको पीने का पानी नहीं है। पांच साल पहले नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने, पहला काम नोटबंदी, याद है आपको (जनता ने कहा, हाँ), भूल गए, (जनता ने कहा, नहीं)। गरीब जनता की जेब से पैसा निकाला, ये हमारी माताएं, बहनें आई हैं, दूर-दूर से आई हैं, इनके घर में घुसकर पैसा निकाला गया। इनको बैंक के सामने खड़ा किया गया, नरेन्द्र मोदी ने कहा था, कालेधन के खिलाफ लड़ाई है, तैयार हो जाओ, हिंदुस्तान में कालेधन के खिलाफ लड़ाई होने जा रही है, पूरे देश को लाइन में खड़ा कर दिया। भाईयों और बहनों, आपने अडानी को लाइन में देखा, (जनता ने कहा, नहीं), सूट-बूट वालों को देखा, अरबपतियों को देखा, (जनता ने फिर कहा, नहीं), ना। लाइन में हिंदुस्तान के सब गरीब लोग खड़े थे, किसान मजदूर, छोटे दुकानदार, बेरोजगार युवा, माताएं-बहनें खड़ीं थी। आपका लाखों करोड़ रुपया लेकर नरेन्द्र मोदी ने 15 लोगों को दिया। पिछले पांच सालों में स्वयं नरेन्द्र मोदी ने 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपए हिंदुस्तान के 10-15 सबसे बड़े अरबपतियों का कर्जा माफ किया है।

By: वतन समाचार डेस्क
फाइल फोटो

झारखंड में लोगों को राहुल गांधी ने बताई साफ पानी न मिलनी की वजह, बोले प्रदेश गरीब नहीं लेकिन लोग गरीब हैं सोचना होगा

 

 राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उमंग सिंघार जी, फुरकान अंसारी जी, झा जी, मानस सिन्हा जी, हमारे कैंडिडेट्स दीपिका पांडे सिंह जी, संजय यादव जी, कांग्रेस पार्टी और गठबंधन के हमारे नेता, कार्यकर्ता, भाइयो और बहनों, प्रेस के हमारे मित्रों, आप सबका यहाँ बहुत-बहुत स्वागत, नमस्कार। और जो छत पर लोग हैं, इस साइड और उधर पीछे आपका भी यहाँ बहुत-बहुत स्वागत, नमस्कार।

यहाँ पर पानी की समस्या कैसी है, (जनता ने कहा, बहुत ज्यादा है), पीने का पानी है, (जनता ने कहा, नहीं) साफ पानी मिल रहा है, (जनता ने कहा, नहीं), हाँ!, (जनता ने फिर कहा, नहीं), साफ पानी नहीं है, पीने का पानी नहीं है। वाटर टैंक जो हैं, काम नहीं करते, सही बात है न (जनता ने कहा, हाँ)। हैंडपंप काम करते हैं, (जनता ने कहा, नहीं)। आपने अपने आप से कभी पूछा की 21वीं सदी में आपको आज यहाँ पीने का पानी क्यों नहीं मिल रहा है, आपने कभी ये सवाल पूछा अपने आप से कि नरेन्द्र मोदी जी बड़े-बडे भाषण करते हैं, बीजेपी की सरकार है, चांद की बात करते हैं, रॉकेट की बात करते हैं, मगर यहाँ पर आम जनता को पीने का पानी ही नहीं है।

मैं आपको बताता हूँ, आपको पानी क्यों नहीं मिलता है? मैं आज यहाँ यही बात आपको समझाने आया हूँ, कि यहाँ आपको और आपके बच्चों को साफ पानी क्यों नहीं मिलता? झारखंड में पैसे की कोई कमी नहीं है, ये गरीब प्रदेश नहीं है, लोग गरीब हैं, मगर ये प्रदेश गरीब नहीं है। इसमें जल, जंगल, जमीन सब कुछ है, ढेर सारे मिनरल्स हैं, मगर आपको पीने का पानी नहीं है। पांच साल पहले नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने, पहला काम नोटबंदी, याद है आपको (जनता ने कहा, हाँ), भूल गए, (जनता ने कहा, नहीं)। गरीब जनता की जेब से पैसा निकाला, ये हमारी माताएं, बहनें आई हैं, दूर-दूर से आई हैं, इनके घर में घुसकर पैसा निकाला गया। इनको बैंक के सामने खड़ा किया गया, नरेन्द्र मोदी ने कहा था, कालेधन के खिलाफ लड़ाई है, तैयार हो जाओ, हिंदुस्तान में कालेधन के खिलाफ लड़ाई होने जा रही है, पूरे देश को लाइन में खड़ा कर दिया। भाईयों और बहनों, आपने अडानी को लाइन में देखा, (जनता ने कहा, नहीं), सूट-बूट वालों को देखा, अरबपतियों को देखा, (जनता ने फिर कहा, नहीं), ना। लाइन में हिंदुस्तान के सब गरीब लोग खड़े थे, किसान मजदूर, छोटे दुकानदार, बेरोजगार युवा, माताएं-बहनें खड़ीं थी। आपका लाखों करोड़ रुपया लेकर नरेन्द्र मोदी ने 15 लोगों को दिया। पिछले पांच सालों में स्वयं नरेन्द्र मोदी ने 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपए हिंदुस्तान के 10-15 सबसे बड़े अरबपतियों का कर्जा माफ किया है।

कुछ ही दिन पहले 1 लाख 50 हजार करोड़ रुपया टैक्स माफ किया है। ये आपके मोबाइल फोन के कॉल रेट बढ़ा, आपकी जेब में से पैसा लिया जा रहा  है, मगर दाम बढ़ने से एकदम पहले नरेन्द्र मोदी ने 60 हजार करोड़ रुपए टेलिफोन की कंपनियां का पैसा माफ किया। पैसा देना था सरकार को, नरेन्द्र मोदी ने मीटिंग की, कहा, नहीं भईया, पैसा देने की जरुरत नहीं है, तुम लो 60 हजार करोड़ रुपए, पैसे की जरुरत है, हिंदुस्तान की जनता है, लो, मजे करो, उन्होंने 50 प्रतिशत सेलफोन की कॉल रेट बढ़ा दिए।

अब हुआ क्या, आपका पूरा का पूरा पैसा 15 लोगों के पास और यहाँ आप टूटे हुए हैंडपंप को चलाते हो, खटा-खट, खटा-खट, खटा-खट चलाते हो, पानी नहीं निकलता उसमें से। दिनभर लगाओ, उसको दिनभर दबाओ, दिनभर ऐसे करो पानी नहीं निकलने वाला (हाथ के इशारे से समझाते हुए), मगर अडानी जी के घर में मिनरल वाटर की वॉटल की ऐसी बड़ी-बड़ी लाइन लगी है, वहाँ पर कोई कमी नहीं है।

अच्छा, जमीन चाहिए, जमीन चाहिए, 15 मिनट में, झारखंड के गरीब से गरीब किसान की जमीन, झारखंड की सरकार लैंड बैंक बनाकर छीन लेती है, टाइम नहीं लगता, दो मिनट लगते हैं, भईय़ा, य़े अच्छी लग रही है आओ, चलो इसको ले लेते हैं। ये काम पहले छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान में होता था। वहाँ बीजेपी की सरकार थी, 24 घंटे वहाँ पर जमीनें छीनी जाती थी। हम भूमि अधिग्रहण बिल लाए, लागू किया उसे, जाइए, छ्त्तीसगढ़ में पता लगेगा। मार्केट से चार गुना ज्यादा जमीन के लिए पैसा मिलता है, किसान को, चार गुना ज्यादा, मार्केट रेट से चार गुना ज्यादा और बिना किसान के पूछे, बिना आदिवासी दलित से पूछे, गरीब से पूछे, किसी भी किसान से पूछे जमीन नहीं ली जा सकती, कर लो जो करना है। छत्तीसगढ़ में जमीन नहीं ली जा सकती और एक और बात सुन लो, अगर छत्तीसगढ़ में किसी बड़े उद्योगपति ने किसान से जमीन ली और पांच साल के अंदर उसमें काम शुरु नहीं किया, तो वही जमीन वापस किसान के हवाले कर दी जाती है। टाटा कंपनी है, दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है, टाटा कंपनी से छत्तीसगढ़ की सरकार ने जमीन लेकर वापस आदिवासी और किसानों को पकड़ा दी। भाईयो और बहनों, आपको ये बात समझनी पड़ेगी।

बेरोजगारी है, जहाँ भी देखो, झारखंड में, जहाँ भी पहले देखो, बेरोजगारी, बेरोजगारी। अब जाइए, छत्तीसगढ़, पूछिए, बेरोजगारी का क्या हुआ? गायब हो गई। मध्य प्रदेश जाइए, बेरोजागारी का क्या हुआ? गायब हो गई। राजस्थान में क्या हुआ? गायब हो गई, कैसे हुआ मैं बताता हूँ, और बेरोजगारी कैसे आई, वो भी बताता हूँ।

हम मनरेगा लाए, भोजन का अधिकार, सही एमएसपी, और हमने किसानों, मजदूरों की जेब में पैसा डाला, यूपीए की सरकार थी, 24 घंटे हम वही काम करते थे, मनरेगा में दो, भोजन के अधिकार में दो, भूमि अधिग्रहण बिल, किसानों का पैसा नहीं लुटना चाहिए। जैसे ही आपके जेब में पैसा आता था, माताओं-बहनों की जेब में, माताओं –बहनों के हाथ में पैसा जाता था, आप माल खरीदते थे। माताएं-बहनें साड़ी खरीदती थी, बच्चों के लिए साबुन, टूथ ब्रश, टूथ पेस्ट, शर्ट, पैंट, बूट, जूता, जैसे आप माल खरीदते थे, फैक्ट्रियाँ माल बनाती थी, फैक्ट्रियाँ माल बनाती थी, उन्हीं फैक्ट्रियों में आपके बच्चों का काम मिलता था, ऐसे ही हिंदुस्तान चलता था। हमने देखा, जितना पैसा हम गरीबों के हाथ डालते थे, उतनी तेजी से हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था चलती थी, जितना हम डालते थे, उतनी तेजी से चलती थी, मनरेगा में हमने पैसा डाला, उन्हीं उद्योगपतियों ने चिल्लाया,  भईया पैसा जाया हो रहा है, नहीं! पैसा जाया नहीं हो रहा, हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था चली, 9 प्रतिशत पर चल रही थी। अब नरेन्द्र मोदी ने क्या किया, आपकी जेब में से पैसा निकाल लिया, पूरा का पूरा पैसा आपकी जेब में से निकाल लिया, माताओं-बहनों के घर से निकाल लिया। नोटबंदी, गब्बर सिंह टैक्स, छोटे दुकानदारों से छीन लिया। आपके पास माल खरीदने का पैसा नहीं, आपने माल खऱीदना बंद किया, शर्ट खरीदना, पैंट खरीदना, मोबाइल फोन खरीदना बंद किया, क्या हुआ, सब फैक्ट्रियाँ बंद हो रही हैं, फैक्ट्रियाँ बंद हो गईं, क्या हुआ, बेरोजगारी शुरु हो गई। आज 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी हिंदुस्तान में, कारण, नरेन्द्र मोदी और झारखंड की सरकार, पूरा का पूरा पैसा 15 अमीर लोगों को देती है। मैं आपको गारंटी करके बता रहा हूँ, आप बेरोजगारी गायब करना चाहते हो, फैक्ट्रियाँ को चालू करना चाहते हो, किसानों को सही एमएसपी दो, मनरेगा चालू करो, भूमि अधिग्रहण बिल लागू करो और जो पैसा 15-20 उद्योगपतियों को, अरबपतियों को दे रहे हो, वो किसानों को, मजदूरों को दो, देखो कैसे अर्थव्यवस्था चालू हो जाती है दो मिनट में।

ये आपको समझना पड़ेगा, ये भईया, मामला क्या है, इस जेब में से पैसा निकालेंगे, जहाँ भी आपका पैसा, आपसे पैसा छीनेंगे, ये आपके यहाँ जो पानी नहीं है, ये क्या है, ये वही तो है, आप सोचते हो कि भईया, हमारे पास पीने को पानी नहीं है, मगर पीने का पानी इसलिए नहीं है क्योंकि सरकार का पैसा पीने का पानी दिलवाने में नहीं जा रहा है, बिजली इसलिए नहीं है, क्योंकि सरकार का पैसा आपको बिजली देने में नहीं जा रहा है, वो उधर उद्योगपतियों को बिजली दी जा रही है।

प्याज महंगा हो गया, (जनता ने शोर मचाकर बात का समर्थन किया), ये देखो, अब आप ये मुझे बताओ, अपने भाषण मे नरेन्द्र मोदी ये क्यों नहीं कहते कि प्याज का दाम 200 रुपए किलो हो गया। अब आएंगे, नरेन्द्र मोदी आते हैं, कहते हैं, भाईयों और बहनों, पानी पीने को नहीं है ? न! मगर अपन ने रॉकेट भेजा चांद तक, रॉकेट भेजा, देखो ऊपर की ओर देखो, वो रॉकेट जा रहा है, नरेन्द्र मोदी ने भेजा चांद तक। आप कहते हो भईया, रॉकेट की बात आप कर रहे हो, हमें तो पानी पीने को नहीं है, थोड़ा सा पानी भी दे दो, अच्छी बात है आपने रॉकेट भेजा, वो यूपीए वालों ने बनवाया था, वो आपने भेजा, मगर थोड़ा सा पानी भी पिला दो। अच्छा भईया, सही दाम दिलवा दो, धान का सही दाम दिला दो, देखो, छत्तीसगढ़ जाओ, उधर पूछो, क्या रेट है?, आपको छत्तीसगढ़ में पता लगेगा, 2,500 रुपए धान का रेट है, किसानों को 2,500 रुपए प्रति क्विंटल मिलते हैं और इधर क्या है, 1,100 या 1,300 रुपए? (जनता ने कहा, 1,300 रुपए)। तो भईया, एक बात बताओ मुझे, यहाँ पर बहुत सारे किसान होंगे, अब छत्तीसगढ़ की सरकार 2,500 रुपए दे रही है और यहाँ पर कितना है, 1,300 रुपए? (जनता ने फिर कहा, 1,300 रुपए), 1,300 रुपए तो ये जो 2,500 और 1,300 रुपए के बीच का पैसा है, ये कहाँ जा रहा है? कहाँ जा रहा है? ये सीधा, डायरेक्ट उधर जा रहा है, उद्योगपतियों के पास।

अच्छा एक और बात समझो, अभी मैंने पिछली मीटिंग में बोला, आप टीवी देखते हो न! है न, देखते हो? (जनता ने कहा, हाँ), अच्छा दिनभर टीवी पर आपको किसका चेहरा दिखाई देता है? (जनता ने कहा, नरेन्द्र मोदी का), फिर से बोलो, किसका दिखाई देता है, (जनता ने फिर कहा, नरेन्द्र मोदी का)। अच्छा मुझे एक बात समझाओ, ये मीडिया के लोग बैठे हैं, आपको नरेन्द्र मोदी का 24 घंटे चेहरा दिखाई देता है, मगर टीवी पर आपको न हेमंत सोरेन का चेहरा दिखेगा, न राहुल गांधी का चेहरा दिखेगा, है न? नहीं दिखेगा, आपने अपने आप से कभी पूछा, क्यों नहीं दिखता? मैं आपको  बताता हूँ, पहला सवाल आप अपने आप से पूछे, मीडिया किसका है, मीडिया किसानों का है? (जनता ने कहा, नहीं), मीडिया, मजदूरों का है, (जनता ने फिर कहा, नहीं), मीडिया बेरोजगार युवाओं का है, (जनता ने फिर कहा, नहीं), मीडिया किसका है? (जनता ने कहा, नरेन्द्र मोदी का), नरेन्द्र मोदी का नहीं भईया, नरेन्द्र मोदी तो उनके लिए काम करते हैं, वो नरेन्द्र मोदी के मालिकों का है, हिंदुस्तान के 10-15 उद्योगपतियों का है मीडिया, इसलिए राहुल गांधी का चेहरा मीडिया पर नहीं दिखाई देने वाला। राहुल गांधी का चेहरा देखना है, तो जाकर किसान के घर में चले जाओ, उससे पूछो तुम्हारा काम कौन करता है, किसान बताएगा, राहुल गांधी करता है। राहुल गांधी का चेहरा देखना है, तो बेरोजगार युवा के पास जाओ, उससे पूछो भईया, तुम्हारे लिए कौन खड़ा होता है? बेरोजगार युवा कहेगा, राहुल गांधी खड़ा होता है। क्योंकि नरेन्द्र मोदी का चेहरा मीडिया पर, टीवी पर वो ही 2-3-4 उद्योगपति डालते हैं, जिसके लिए नरेन्द्र मोदी आपसे पीने का पानी छीनकर उन्हें पैसा देता है। ये बात आपको समझनी ही पड़ेगी, और कोई रास्ता है ही नहीं आपके लिए क्योंकि जब तक आप ये बात नहीं समझोगे, तब तक हिंदुस्तान में बेरोजगारी रहेगी, तब तक आपको पीने का पानी नहीं मिलेगा, तब तक आपको बिजली नहीं मिलेगी, तब तक आपकी जमीन हर रोज आपसे छीनी जाएगी।

अब आखिरी बात कहना चाहता हूँ, देखिए, जहाँ भी आप देखों, देश में नरेन्द्र मोदी ने कहा था, ‘मेक इन इंडिया’, कहा था न (जनता ने कहा, हाँ)। अब आप जहाँ भी देखो, मेक इन इंडिया नहीं भईया, अब है रेप इन इंडिया!’, जहाँ भी देखो। अखबार खोलो, झारखंड में महिला पर बलात्कार, उत्तर प्रदेश में देखो, नरेन्द्र मोदी के एमएलए ने महिला का रेप किया, उसके बाद गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया, नरेन्द्र मोदी एक शब्द नहीं बोलते। हर प्रदेश में, हर रोज रेप इन इंडिया। नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं, बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ, मोदी जी आपने ये नहीं बताया किससे बचाना है? बीजेपी के एमएलए से बचाना है।

ये देश को बांटते हैं, दिनभर, 24 घंटे, ये देश को बांटने का काम करते हैं। दिनभर 24 घंटे इनका यही काम है। एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाएंगे, एक प्रदेश को दूसरे प्रदेश से लड़ाएंगे, एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाएंगे। हिंदुस्तान को तोड़ने का, बांटने का काम करेंगे 24 घंटे और फिर पूरा का पूरा आपका पैसा, अडानी-अंबानी, अडानी-अंबानी, अडानी-अंबानी, अडानी-अंबानी... और मैं आपसे ये कहने आया हूँ कि झारखंड में गठबंधन की सरकार बनेगी, तो आपका जो पैसा है, आपको पानी दिलवाने में जाएगा, आपको स्कूल दिलवाने में जाएगा, आपको यूनिवर्सिटी और अस्पताल दिलवाने में जाएगा और किसान को सही दाम दिलवाने में जाएगा और आप सबको मिलकर खड़ा होना पड़ेगा, एक साथ खड़ा होना पड़ेगा और बीजेपी के लोगों को बताना पड़ेगा।

अच्छा आखिरी बात, भूल गया, ये मुझे बताओ, आपका चीफ मिनिस्टर ईमानदार है या भ्रष्ट (जनता ने कहा, भ्रष्ट), तो मुझे बताओ, पूरा झारखंड जानता है कि चीफ मिनिस्टर भ्रष्ट आदमी है, नरेन्द्र मोदी दिनभर कहते हैं, मैं भ्रष्टाचार कि खिलाफ लड़ता हूँ, तो अगर आप भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते हो तो इसके साथ स्टेज पर क्या कर रहे हो, इसको चीफ मिनिस्टर आपने क्यों बनाया, इसको आप फिर से चीफ मिनिस्टर बनाने की कोशिश क्यों कर रहे हो, अगर आप ईमानदार हो तो उनके साथ क्यों खड़े हो? चौकीदार (जनता ने कहा, चोर है)।

तो ये मैं आपसे कहने आया था, गठबंधन को पूरा समर्थन दीजिए। यहाँ पर ऐतिहासिक जीत होनी चाहिए, गठबंधन की।

आप सबका दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद, नमस्कार।

 

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