कोरोना,महामारी और बीते करीबन 2 महीने से चला आ रहा लॉकडाउन इस पूरे दौर ने गरीब,मज़दूर और प्रवासी लोगों को बुरी तरह से अव्यवस्थित कर दिया है,इस महामारी और लगातार चल रहे लॉक डाउन से न सिर्फ मज़दूर तबका परेशान है बल्कि इससे भी ज़्यादा लॉक डाउन ने कोरोना महामारी के दौर में समाज सेवा कर रहे लोगों को भी परेशानी में डाला हुआ है।
जिसमे पुलिस,प्रशासन,हॉस्पिटल कर्मी और जगह जगह राशन पहुंचाने वाले समाज सेवी शामिल हैं,इस कमी को सबसे ज़्यादा देखा जा रहा है,लेकिन उत्तर पूर्वी दिल्ली स्थित सोफ़िया संस्था ने हमदर्द नेशनल फाउंडेशन (MREC) ने साथ मिलकर इस समस्या को हल करने की ज़िम्मेदारी उठाई है,सोफ़िया संस्था जो कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद,शिव विहार,दयालपुर यमुना विहार,नूर ए इलाही,बाबरपुर और सीलमपुर जैसे इलाकों में बीते 15 सालों से काम करती है।
कोरोना महामारी के दौरान कोरोना से हिफाज़त के लिए कोरोना महामारी के दौरान लगातार काम कर रहे हैं,जिसमे "कोरोना वोरियर्स" को फ्री में मास्क मुहैया कराते हुए उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हए ये काम किया,इन मास्क में एक और खास बात ये है कि इनकी सिलाई करने वाली महिलाएं सोफ़िया संस्था और टेक महिंद्रा फाउंडेशन के द्वारा चलाये जा रहे स्मार्ट सेंटर में फैशन डिज़ाइनर का कोर्स करती हैं,कोरोना महामारी के दौरान मास्क की सिलाई के ज़रिए सोफ़िया संस्था उन्हें रोज़गार मुहैया कराने का काम कर रही है।
सोफ़िया संस्था के अध्यक्ष सुहैल सैफी का कहना है कि "इस महामारी और बीमारी के दौर में यदि कोई काम कर रहा है तो वो उसके जज़्बे की बात है,लेकिन उनकी सुरक्षा सबसे पहले है,इसलिए हमारी संस्था में कार्य कर रही महिलाओं ने उन्हें फ्री में मास्क मुहैया कराने का फैसला लिया है,और ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि अब तक हम अभी तक करीबन 25 हज़ार मास्क "कोरोना वारियर्स" को दे चुके हैं".
सोफ़िया संस्था द्वारा बांटे जा रहे ये मास्क साफ कपड़े के बने है जो बिल्कुल साफ और धुलाई के बाद दोबारा से इस्तेमाल करने योग्य हैं,सोफ़िया संस्था की इस पहल को तमाम विभागों में सराहा जा रहा है। क्योंकि इस महामारी के दौर में थोड़ा सा भी सहयोग देश को कोरोना से लड़ने में मदद करेगा और सोफ़िया संस्था का लगातार चल रहा मास्क बांटने का काम बहुत बड़ा और ज़रूरी कदम है।
सोफ़िया संस्था करीबन 10 हज़ार परिवारों को बीतें 2 से ढाई महीने में कई संस्थाओं के साथ मिल कर राशन मुहैया करा चुकी है,इसके अलावा तकरीबन 2 लाख लोग अभी तक सोफ़िया संस्था के माध्यम से शेल्टर हाऊस मे भोजन प्राप्त कर पा रहे हैं। वही कोरोना वाइरस महामारी के दौरान दिल्ली सरकार के "ई कूपन" के करीबन 1500 फॉर्म और प्रवासी मज़दूरों के लिए मुफ्त में सफर करने के लिए 550 फॉर्म भरवाए जा चुके हैं।
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