नई दिल्ली, 13 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज की राजनीति में ऐसे लोगों का बोलबाला है जो लोगों को खुश करने के लिए मुंहदेखी या खुशामद की बात करते हैं। सुषमा का व्यक्तित्व इससे अलग था। वह अपनी बात पूरी दृढ़ता से कहती थीं, भले ही वह किसी को अच्छी लगे या बुरी।सुषमा स्वराज ने विश्व बंधुत्व की भावना के अनुरुप विदेश मंत्रालय की कार्यशैली में मानवीय पहलू को जोड़ा तथा संकटग्रस्त लोगों की हरसंभव मदद की। मंगलवार को यहां जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष व गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के तमाम नेताओं और विभिन्न धार्मिक सामाजिक संगठनों के नेताओं ने सुषमा स्वराज को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्हों ने कहा कि वह अपनी बात कहने में कभी संकोच नहीं करती थीं।
मोदी ने बतौर विदेश मंत्री उनके कामकाज की प्रशंसा करते हुए कहा कि सुषमा के कार्यकाल में विदेश मंत्रालय का मानवीय चेहरा प्रभावी ढंग से उभरकर सामने आया। उन्होंने विदेश मंत्री रहते हुए विश्वभर में फैले भारतीय समुदाय के लोगों के माध्यम से वसुधैव कुटुंबकम की भावना को विदेश मंत्रालय के जरिए सिद्ध कर के दिखाया।
विदेश मंत्री रहते हुए सुषमा के कार्यकाल में पासपोर्ट कार्यालयों की संख्या 77 से 505 हुई, इससे पता चलता है कि उन्हें लोगों की कितनी परवाह थी। प्रधामंत्री ने कहा कि एक व्यवस्था के अंतर्गत जो भी काम मिले, उसे जी-जान से करना और व्यक्तिगत जीवन में बड़ी ऊंचाई मिलने के बाद भी अहंकार न रखना, ये कार्यकर्ताओं के लिए सुषमा जी की बहुत बड़ी प्रेरणा है।
HS न्यूज़ के अनुसार मोदी ने एक और संस्मरण का जिक्र करते हुए कहा कि ‘मैं और वेंकैयाजी सुषमाजी के पास गए और उन्हें कर्नाटक से चुनाव लड़ने के लिए मनाया, उस चुनाव का परिणाम निश्चित था, लेकिन उन्हें चुनौतियों का सामना करना पसंद था। उन्होंने कहा कि सुषमा का भाषण प्रभावी होने के साथ-साथ, प्रेरक भी होता था।
सुषमाजी के वक्तव्य में विचारों की गहराई हर कोई अनुभव करता था, तो अनुभव की ऊंचाई भी हर पल नए मानक पार करती थी। ये दोनों होना एक साधना के बाद ही हो सकता है। मोदी ने कहा कि आमतौर पर हम देखते हैं कि कोई मंत्री या सांसद जब अपने पद पर नहीं रहता है,लेकिन सरकार को उसका मकान खाली कराने के लिए सालों तक नोटिस भेजनी पड़ती है। कभी कोर्ट-कचहरी तक होती है। किंतु सुषमा ने चुनाव नतीजे आने के बाद पहला काम मकान खाली करके अपने निजी निवास स्थान पर वो पहुंच गईं।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सुषमा स्वराज के जाने से न केवल भाजपा बल्कि समग्र देश के मानचित्र पर एक रिक्तता जो खड़ी हुई है, उसकी भरपाई लंबे अर्से तक नहीं हो पाएगी। शाह ने कहा कि भाजपा की नेत्री के रूप में लंबे समय तक उन्होंने पार्टी के विकास और सफल यात्रा में जो योगदान दिया है, उसे सभी भाजपा कार्यकर्ता सदैव याद रखेंगे और देश की संसद में उनकी आवाज हमेशा-हमेशा गूंजती रहेगी।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.