बाबरी मस्जिद मामले की देश की सर्वोच्च न्यायालय में पैरवी कर रहे देश के जाने-माने अधिवक्ता राजीव धवन को जमीअत उलमा की तरफ से केस से अलग किये जाने की खबरों के बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की ओर से बड़ा बयान आया है. बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य और वर्किंग कमेटी के मेंबर कमाल फारुकी ने वतन समाचार से टेलीफोनिक बातचीत में कहा कि यह बड़ी बदकिस्मती है. उन्होंने कहा कि मैं जमीअत पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं, लेकिन डॉ राजीव धवन को सलाम करता हूं. उन्होंने साथ ही स्पष्ट किया कि बोर्ड एहसान फरामोश नहीं है.वह बोर्ड के वकील रहेंगे.
उन्होंने कहा कि बोर्ड राजीव धवन का इस बात के लिए आभारी है कि उन्होंने पूरी ताकत से और निष्ठा के साथ बाबरी मस्जिद मामले की सुप्रीम कोर्ट में पैरवी की. उन्होंने कहा कि कल भी राजीव धवन हमारे वकील थे और आज भी राजीव धवन हमारे वकील हैं. कमाल फारुकी ने कहा कि इस मामले में हम राजीव धवन से ही संपर्क में है और उन्हीं के दिशा निर्देश से आगे की गाइडलाइन तैयार की जा रही है. उन्होंने कहा कि बोर्ड रिव्यु पिटिशन कल फाइल कर सकता है और अगर कल नहीं हुआ तो जुमा या शनिवार को फाइल कर सकते हैं.
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