जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सेंटर फॉर वेस्ट एशियन स्टडीज़ के दो पीएचडी स्कालर्स, सुश्री शीबा नाज़ और सुश्री युसरा ज़ैनब ने तुर्की के इंस्ताबुल में आयोजित इंटरनेशनल कान्फ्रेंस ऑन इस्लामिक इकोनॉमिक्स एंड फाइनेंस (आईसीआईईएफ) 2020 में शोध पेपर प्रस्तुत किए। ये पेपर “डब्ल्यूएएनए क्षेत्र के संदर्भ में सतत विकास लक्ष्यों के परिप्रेक्ष्य से इस्लामी वित्त विश्लेषण ‘‘ विषय पर केन्द्रित थे।
इस्तांबुल सबहेटिन ज़ैम विश्वविद्यालय, हल्कली कैंपस में यह सम्मेलन 14 से 20 जून 2020 तक आयोजित हुआ। सम्मेलन में चौथी औद्योगिक क्रांति और इसमें इस्लामिक अर्थशास्त्र और वित्त की भूमिका के संदर्भ में ’स्थिरता और आर्थिक विकास’ पर चर्चा की गई। सम्मेलन में सभी शोध पेपर और व्याख्यान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए से प्रस्तुत किए गए।
जामिया के दोनों स्कालर्स के शोध पेपर, डब्ल्यूएएनए क्षेत्र में प्रभावकारी ढंग से एसडीजी लक्ष्यों को हासिल करने और वित्तीय अंतर को भरने में इस्लामी वित्तीय संस्थानों, पूंजी बाजारों और इस्लामी वित्त के अन्य उपायों की महत्वपूर्ण भूमिका और संभावित योगदान पर केन्द्रित थे। ये दोनों स्कालर्स, अरब जगत में इस्लामिक फाइनेंस के विषय पर शोध कर रही हैं।
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