चीनी सेना द्वारा लद्दाख और सिक्किम में तीन स्थानों पर भारतीय सीमा में घुसपैठ समाचार पत्रों की सुर्खियां बनी हुई है। तथाकथित तौर से ये घुसपैठ लद्दाख में गलवान नदी वैली और पैंगोंग सो झील के इलाके में हुई है।
खबरों की मानें तो चीनी सेना के हजारों सैनिकों ने गलवान वैली और पैंगोंग सो लेक एरिया (लद्दाख) में घुसपैठ कर हमारी ‘भूभागीय अखंडता’ पर अतिक्रमण का दुस्साहस किया है।
सुरक्षा विशेषज्ञों और सेना के जानकारों की मानें तो गलवान नदी वैली में चीन की घुसपैठ से ‘डर्बुक-श्योक-डीबीओ रोड’ को खतरा उत्पन्न हो जाएगा, जो उत्तर के इलाके में तथा काराकोरम दर्रा के नज़दीक भारतीय सेना को रसद व सभी प्रकार के सैन्य साजो सामान पहुंचाने के लिए सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।
सामरिक विशेषज्ञों व देश की इन चिंताओं बारे मोदी सरकार को तत्काल स्थिति स्पष्ट कर जवाब देना चाहिएः
1. क्या चीनी सेनाओं ने लद्दाख में ‘गलवान नदी वैली’ और ‘पैंगोंग सो लेक’ के हमारे इलाकों पर कब्जा कर लिया है?
क्या उन्होंने चीन द्वारा स्वीकारित ‘सीमा रेखा’ को लांघकर गलवान नदी वैली में सैकड़ों टेंट, कान्क्रीट के ढांचे व लाईन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पार कई किलोमीटर सड़क बना ली है व इसी प्रकार से ‘पैंगोंग सो लेक’ के उत्तरी तट पर भी क्या सड़क निर्माण किया है?
2. क्या यह सही है पैंगोंग सो लेक के पास ‘फिंगर हाईट्स’ फिलहाल चीनी सेना के कब्जे में है?
3. क्या गलवान नदी वैली में चीनी घुसपैठ से ‘डरबुक-श्योक-डीबीओ’ रोड़ पर संचालन को खतरा उत्पन्न हो जाएगा, जो उत्तर के इलाके में तथा काराकोरम दर्रा के नज़दीक भारतीय सेना को रसद व सभी प्रकार के सैन्य साजो सामान पहुंचाने के लिए सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है?
4. ‘राष्ट्रीय सुरक्षा व भूभागीय अखंडता’ की इन महत्वपूर्ण चुनौतियों से पार पाने के लिए मोदी सरकार ने क्या रणनीतिक तैयारियां की हैं और क्या कारगर कदम उठाए हैं?
5. मोदी सरकार ने लाईन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के हालात पर देश व देश लोगों के साथ हालात का विवरण साझा क्यों नहीं किया?
यद्यपि मोदी सरकार ने इस संकट को कूटनीतिक तौर पर सुलझाने बारे बयान दिया है, लेकिन मोदी सरकार को भारत की भूभागीय अखंडता की रक्षा करने तथा भारत-चीन सीमा पर पूर्व की स्थिति बहाल करने बारे देश के नागरिकों एवं सभी राजनैतिक दलों को विश्वास में लेना चाहिए।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.