नयी दिल्ली: कालाधन को 100 दिन में लाने का वादा हुआ। साल में दो करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात की गई। किसानों से भी वादा किया गया कि स्वामीनाथन की सिफारिश के आधार पर उपज की कीमत दी जयेगी। महिला सुरक्षा का भी वादा किया गया था। अब लोगों पता चल रहा है कि क्या हुआ। यह बातें वरिष्ठ नेता और सांसद तारिक़ अनवर ने प्रेस क्लब में वतन समाचार और पीपल ट्रस्ट की ओर से आयोजित सेमिनार में कही, जिस का शीर्षक था "सोशल मीडिया चैलेंजेज बिफोर सोसिटी".
Dr Midhat Husain addressing a seminar on the topic of 'Social Media - Challenges to Society', @ press club of India
उन्हों ने कहा अगर अल्पेश ठाकोर ने गलत काम किया है तो उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई। गुजरात की पुलिस क्या कर रही है। क्या बीजेपी के नेताओं के विडिओ वायरल नहीं हुए उस पर चुप्पी क्यों है?
उन्हों ने कहा सोशल मीडिया की अहमियत रोजाना बढ़ती जा रही है। लोग आमतौर पर यह सवाल कर रहे हैं कि क्या मीडिया अपनी भूमिका सही ढंग से निभा रहा है। देश का मीडिया सन्देह के घेरे में है। मीडिया में एक तरफ की बातें हो रही हैं और दूसरा पक्ष बिल्कुल नहीं आ रहा है।
तारिक़ अनवर ने कहा क्या यह चीजे मैनेज है? राफेल और अन्य मुद्दों पर जो बातें मीडिया में आनी चाहिए वह नहीं आरही हैं। ऐसे में सोशल मीडिया की जिम्म्मेदारी शुरू होती है। और खुशी है कि सोशल मीडिया इस जिम्म्मेदारी को निभाने की कोशिश कर रहा है।
उन्हों ने कहा सोशल मीडिया के जरिये अफवाहें फैलाने पर लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर रोक लगाने के लिए कारगर उपाय होना चाहिए। जो देश के हालत हैं उसमें सोशल मीडिया की जिम्म्मेदारी बढ़ जाती है क्योंकि मुख्यधारा का मीडिया किन्ही वजहों से अपनी भूमिका निभा नहीं पा रहा है। प्रोग्राम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद अहमद ने किया.
इस अवसर पर राष्ट्रीय वक़्फ़ परिषद् के सदस्य रईस खान पठान, वरिष्ठ पत्रकार क़मर आग़ा, पाणिनि आनद, समाज सेवी नितिन गुपता, डॉ मिदहत हुसैन, जवाहर रही, डॉ ताजुद्दीन अंसारी, अब्दुल समी सलमानी ने भी लोगों को सम्बोधित किया. जबकि डॉ अयाज़ हाश्मी, सुफियान इब्राहिम सूफी जिन, क़बूल अहमद, डॉ कुश कुमार सिंह, आमिर सलीम खान, जावेद कमर, नांदल लाल शर्मा, जावेद अख्तर, साद बिन ओमर, मोहम्मद फैसल, डॉ रीमा ईरानी, डॉ अबू नसर को सम्मानित किया गया.